अन्तराष्ट्रीय हिंदी ब्लॉग उत्सव मनाने की ये पहल प्रशंसनीय है: सुमन सिन्हा अन्तराष्ट्रीय हिंदी ब्लॉग उत्सव मनाने की ये पहल प्रशंसनीय है: सुमन सिन्हा

जैसा कि आप सभी को विदित है कि आगामी कुछ महीनों बाद लखनऊ में अन्तराष्ट्रीय हिंदी ब्लॉग उत्सव मनाने की तैयारी चल रही है और इसके क्रियान्वयन ...

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12:59 pm

वहुप्रतिक्षित परिकल्पना सम्मान की उद्घोषणा शीघ्र वहुप्रतिक्षित परिकल्पना सम्मान की उद्घोषणा शीघ्र

जैसा कि आप सभी को विदित है कि विगत १५ अप्रैल को परिकल्पना पर ब्लोगोत्सव-२०१० की भव्य शुरुआत हुई थी । उल्लेखनीय है कि पहली बार इंटरनेट पर इसप...

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12:46 pm

परिकल्पना सम्मान-२०१० के सन्दर्भ में परिकल्पना सम्मान-२०१० के सन्दर्भ में

मेरे समझ से ब्लोगोत्सव- २०१० में शामिल सभी रचनाकार आज के सर्वश्रेष्ठ रचनाकारों में सर्वाधिक अग्रणी हैं । सभी एक से बढ़कर एक हैं । सभी की र...

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3:49 pm

मोहब्बत के सफर पर चलने  वाले राही सुनो : दीपक शर्मा मोहब्बत के सफर पर चलने वाले राही सुनो : दीपक शर्मा

मोहब्बत के सफर पर चलने वाले राही सुनो, मोहब्बत तो हमेशा जज्बातों से की जाती है, महज़ शादी ही, मोहब्बत का साहिल नहीं, मंजिल तो इससे भी दूर, ब...

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11:00 am

दीपक शर्मा की एक ग़ज़ल और एक नज़्म दीपक शर्मा की एक ग़ज़ल और एक नज़्म

ग़ज़ल लो राज़ की बात आज एक बताते हैं हम हँस-हँसकर अपने ग़म छुपाते हैं, तन्हा होते हैं तो रो लेते जी भर कर सर-ए-महफ़िल आदतन मुस्कुराते हैं. को...

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11:00 am

उदास इतिहास की सधी हुई आवाज-सफाई कामगार समुदाय उदास इतिहास की सधी हुई आवाज-सफाई कामगार समुदाय

संसार आज नित्यप्रति मानो सिमटता-सिकुड़ता जा है। अपने देश के भीतर का भी अधिकांश समाज इसी दौड़ में शामिल हो चुका है। ऐसे में इस प्रकार की पुस्...

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11:00 am

हरिओम पवार की कविता : भारत का इतिहास हरिओम पवार की कविता : भारत का इतिहास

ब्लोगोत्सव के बाद की इस परम्परा में आज प्रस्तुत है देश के एक बहुचर्चित ओज कवि श्री हरिओम पवार की कविता : भारत का इतिहास .....इस विडिओ में कव...

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3:00 pm

विश्व की सबसे बड़ी भारतीय रेल का कड़वा सच विश्व की सबसे बड़ी भारतीय रेल का कड़वा सच

मैं शशि सिन्घल उत्तर प्रदेश के अपनी लाजवाब व सुन्दर धरोहर के लिए समूचे विश्व में प्रसिद्ध शहर आगरा में पली - बढ़ी हूं । यदि हम आज से पन्द्रह ...

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6:00 pm

क्या हकीकत में टाईम ट्रेवल करना और टाईम मशीन बनना असंभव है? क्या हकीकत में टाईम ट्रेवल करना और टाईम मशीन बनना असंभव है?

मैं प्रवीण शाह विराम से पूर्व आपको शाश्वत सत्य की कथा सुना रहा था , और अब टाईम ट्रैवल और टाईम मशीन के बहाने ज्योतिष शास्त्र के विज्ञान होने...

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5:10 pm

मैं यानी "शाश्वत सत्य" आज आपके सामने हूँ मैं यानी "शाश्वत सत्य" आज आपके सामने हूँ

मैं प्रवीण शाह आप ही की तरह एक चिट्ठाकार हूँ , मगर मेरी विवशता है कि मैं काला को सफ़ेद और सफ़ेद को काला नहीं कह सकता ....मैं तो 'काले'...

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3:51 pm

विवेक रस्तोगी बता रहे हैं टर्म इंश्योरेंस के बारे में विवेक रस्तोगी बता रहे हैं टर्म इंश्योरेंस के बारे में

टर्म इंश्योरेंस (Term Insurance) बहुत जरुरी है पर ये लोगों को पसंद नहीं है, क्योंकि वो इसे पैसे की बर्बादी मानते हैं, वो सब लोग गलत हैं क्यो...

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5:00 pm

धर्मेश शर्मा की दो कविताएँ धर्मेश शर्मा की दो कविताएँ

भारतीय की जान की कीमत (बाल-बुद्धि भारतियों पर कवि का कटाक्ष) अरे - समझौता गाड़ी की मौतों पर - क्या आंसू बहाना था उनको तो - पाकिस्तान नाम के ...

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4:00 pm

राजीव कुमार थेपड़ा की दो कविताएँ राजीव कुमार थेपड़ा की दो कविताएँ

संक्षिप्त परिचय : नाम : राजीव कुमार थेपड़ा [वर्मा] जन्म-तिथि :24 सितम्बर 1970 शिक्षा :बी ए आनर्स [दर्शन-शास्त्र] रूचि :रंगमंच,गायन,लेखन तथा ...

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2:40 pm

ज़िन्दगी की श्रृंखला से मुक्त होकर जाती हुई आत्मा ने एक बार पीछे मुड़कर देखा -- वह कितना विस्मयकारी था .... ज़िन्दगी की श्रृंखला से मुक्त होकर जाती हुई आत्मा ने एक बार पीछे मुड़कर देखा -- वह कितना विस्मयकारी था ....

कविवर पन्त की मानस पुत्री श्रीमती सरस्वती प्रसाद जी के बारे में कुछ भी कहना सूरज को दिया दिखाने के समान है । वैसे ब्लोगोत्सव के दौरान आप क...

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1:00 pm

संगीता पुरी की कहानी : थम गया तूफ़ान संगीता पुरी की कहानी : थम गया तूफ़ान

संगीता पुरी जी आज के चर्चित हिंदी चिट्ठाकारों में से एक हैं , इन्होने पोस्‍ट-ग्रेज्‍युएट डिग्री ली है अर्थशास्त्र में .. पर सारा जीवन समर्प...

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11:07 am

शमा की कविता : वो वक़्त भी कैसा था ? शमा की कविता : वो वक़्त भी कैसा था ?

वो वक़्त भी कैसा था..... कुछ रंगीन कपडे के टुकड़े , कुछ धागे , और कल्पना के रंग ॥ इन के मेलजोल से मैंने बनाया है यह भित्ति चित्र... जब कभी ...

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3:00 pm

किसी का सम्मान हो गया है...खुशदीप किसी का सम्मान हो गया है...खुशदीप

समारोह में किसी का सम्मान हो गया है, क्या आदमी वाकई इनसान हो गया है...? सिर पर पत्थर उठाता है बबुआ, क्या बचपन सच में जवान हो गया है...? क्या...

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2:00 pm

एम० वर्मा की भोजपुरी कविता : छोटकी बेमार बा बाकी सब ठीक हौ एम० वर्मा की भोजपुरी कविता : छोटकी बेमार बा बाकी सब ठीक हौ

मत करा तूं जियरा हलकान अम्मा काहें एतना हो गइलू परेशान अम्मा छोटकी बेमार बा बाकी सब ठीक हौ घर में दरार बा बाकी सब ठीक हौ अबकी छुट्टी मिली...

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1:00 pm

रश्मि प्रभा की कविता : प्रभु तुम और मैं ! रश्मि प्रभा की कविता : प्रभु तुम और मैं !

प्रभु तुम और मैं ! ------------------------------ कस्तूरी मृग बन मैंने ज़िन्दगी गुजारी प्रभु तुम तो मेरे अन्दर ही सुवासित रहे ! मैं आरती की ...

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11:22 am

चलते चलते मेरे ये गीत याद रखना कभी अलविदा नाम कहना चलते चलते मेरे ये गीत याद रखना कभी अलविदा नाम कहना

अदभुत , अविस्मरनीय , अलौकिक , .. उत्सव के समापन की घोषणा किस तरह हो, यहाँ अदा जी का अनुरोध भी हमें रोक रहा है... (चलते चलते मेरे ये गीत) मनु...

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6:00 pm

समय थम गया है , मंच पर मौजूद है हमारी आर्मी समय थम गया है , मंच पर मौजूद है हमारी आर्मी

समय थम गया है , मंच पर मौजूद है हमारी आर्मी..... जी हाँ ये यहाँ आने से खुद को रोक नहीं पाए हैं .... देखें ये जूनून ........ क्या समा है, क्...

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5:00 pm
 
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